Wednesday 29 December 2021

योगी निःसंदेह उत्तर प्रदेश के अब तक के श्रेष्ठ मुख्यमंत्री हैं। योगी मिले क्योंकि मोदी थे। योगी हैं क्योंकि मोदी हैं।

 

Backed by PM Modi: UP CM Yogi's photos with PM go viral, spark debates 
 

आपको अतिश्योक्ति लगेगी यदि मैं कहूंगा  कि एक समय था जब देश के रूप में हम देश के सम्मान के रूप में सैनिक और सेना से अधिक कुछ सोच नहीं सकते थे।

हमें कल्पना तक में नहीं दिखता था कि भारत उत्पादन में,आत्मनिर्भरता में, आत्मसम्मान में एक देश के रूप में कभी विश्व में सर ऊँचा करके खड़ा हो पायेगा।

विदेशों की ओर ललचाई दृष्टि से देखते हम कभी सोच नहीं सकते थे कि एक दिन आएगा जब वे पराए देश हमसे ईर्ष्या करेंगें, हमें प्रतियोगी की दृष्टि से देखेंगे।

हम नहीं सोच सकते थे कि एक दिन हमारी लड़कियां निर्भय हो कर यात्राएं करेंगी और अकेली रहने में उन्हें डर नहीं लगेगा।

यह निर्भीक भारत, यह आत्मनिर्भर भारत,यह आत्मसम्मान के बोध से भरा भारत और यह गर्वान्वित भारत हमें नरेंद्र मोदी ने दिया है।

केवल मुफ्त राशन, मुफ्त बस टिकट, मुफ्त मासिक धनराशि , मुफ्त आवास.... मुफ्त मुफ्त मांगते और मुफ्त के टुकड़े फेंकते लोग देशद्रोही नहीं हैं तो और क्या है ?

चाहे सत्यनिष्ठा के स्तर पर हो,चाहे श्रम के स्तर पर,चाहे इतिहास बोध के स्तर पर हो,चाहे हिन्दू गौरव के स्तर पर,चाहे धर्म निरपेक्षता के स्तर पर हो और चाहे विकास के स्तर पर....... नरेंद्र मोदी का कोई विकल्प इस देश में नहीं है.....नहीं है....नहीं है !!

उत्तर प्रदेश की बात करें तो सपा के कुशासन से गले तक भरे लोग मोदी पर विश्वास करके भाजपा को बहुमत में लाये। योगी मुख्यमंत्री बने और योगी आज के बुलोडजर चलाते, अपराधियों को सीधी चुनौती देते योगी बन पाए,उनके रास्ते में कोई रुकावट नहीं आयी क्योंकि उनके पीछे मोदी थे और हैं।

योगी निःसंदेह उत्तर प्रदेश के अब तक के श्रेष्ठ मुख्यमंत्री हैं।

पर योगी को मोदी से आगे खड़ा करने की गलती मत कीजिये।

योगी मिले क्योंकि मोदी थे।

योगी हैं क्योंकि मोदी हैं।

❤️❤️


सरकारी सिस्टम से नाराज होकर ढाबे वाले ने किया ढाबा बंद, फिर चुनाव में उसी मेयर को हरा कर जीत का परचम लहराया

 

आम आदमी पार्टी प्रत्याशी दमनप्रीत सिंह छोटा सा ढाबा चलाते थे। उन्होंने इन चुनावों में वार्ड नंबर 17 से चंडीगढ़ के मौजूदा मेयर रविकांत शर्मा को 828 वोटों के अंतर से हराया। 

चंडीगढ़ नगर निकाय चुनावों (Chandigarh Nagar Nigam Election) का रिजल्ट बड़े उलटफेर से भरा रहा। पहली बार नगर निगम चुनाव के मैदान में उतरी आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। इन चुनावों में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों ने कई दिग्गज चेहरों तक को चौंका दिया। निकाय चुनावों में सबसे बड़ा उलटफेर वार्ड नंबर 17 में देखने को मिला, जहां आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार दमनप्रीत सिंह ने भाजपा के मेयर रविकांत शर्मा को 828 बोटो से मात दे दी। दिलचस्प बात है कि दमनप्रीत खुद ढाबा चलाते थे। 

दमनप्रीत ने बातचीत में बताया कि, वह ‘सरदार जी दा ढाबा’ नाम से चंडीगढ़ में एक छोटा सा ढाबा चलाते थे। इसे उन्हें बंद करना पड़ा, क्योंकि उन्हें नगर निगम द्वारा परेशान किया जा रहा था। दमनप्रीत कहते हैं कि उन्हें हर बार बिना वजह परेशान किया गया। कई बार नगर निगम के मेडिकल ऑफिसर ऑफ़ हेल्थ (MOH) से मेरे खिलाफ चालान जारी कर दिया जाता था तो कभी किसी दूसरे विभाग वाले तंग करते थे। इसी कारणवश मैंने अपना ढाबा बंद कर दिया और सिस्टम से लड़ने का फैसला किया।